ये सिर्फ़ ये सोच के ना पढ़े कि राखी है इसलिए ये लिख रहा हूं, बस ये इसलिए भी है शायद आप भी अपनी बहनों को ये भेज सके और अपने भाई वाले इमोशन को शब्दों में बयां कर सकें। बहन छोटी हो या बड़ी एक चीज़ दोनों बातों में एक सी रहती है और वो है "केयर" , उन्हें दूसरी मां कहना या पहली दोस्त कहना भी गलत नहीं होगा। बचपन में आपके राज़ संभाल के रखने वाली, शादी पार्टी में क्या पहनना है ये बताने वाली, आपके साथ WWF खेलने वाली। रिमोट को लेकर हर बार लड़ती थी, उनका कोई भी काम करवाने के लिए हमेशा रिश्वत लगती थी। अपना खत्म करके उनकी प्लेट से खाना और उनके साथ मिलकर हर बार त्यौहार पर घर साफ करना और सजाना।
बहनों की बातों में सही गलत की छन्नी नहीं होती कभी, वो आपके सही तो सपोर्ट भी करेंगी और गलत होने पर शिकायत लेकर पापा के पास भी पहुंच जाएंगी। मैं बहुत लकी हूं क्योंकि मेरी तीन बहनें है, पापा आर्मी में थे तो उनका घर आना साल भर में कम ही होता था। मेरा बचपन मां और तीनों बहनों के साथ बीता जिससे मुझे लड़कियों की इज्ज़त क्यों करनी चाइए ये समझने में मदद मिली, कहीं न कही बहनें आपको एक बेहतर इंसान बनने में भी मदद करती है। आपके कहानी किस्से अलग हो सकते है, पर वो प्यार और लगाव सब जगह एक सा ही रहता है।
भले ही हम भाई कितना भी लड़ते हो, बहनों का मज़ाक उड़ाते हो या उन्हें ये चिड़ाते हो कि मां मुझे ज्यादा प्यार करती है। लेकिन जब उन्हें कोई कुछ बोले या परेशान करें तो फिर आप सुपरमैन हो जाते हो, वैसे तो हम लड़को को समझाया जाता है कि हम रोते नहीं है पर बहन की शादी में किसी कोने में सबसे छुप कर रो रहे होते है। बेस्ट चीज़ ये है आपको बहनों के सामने दिखावा नहीं करना पड़ता, वो आपकी उन सभी बुरी आदतों को जानती है जो आप इस सभ्य समाज में कर नहीं सकते। तो सिर्फ़ राखी पर नहीं जब भी मौका मिले अपनी बहनों को पास बिठाओ और उन्हें बताओ की उनके होने से आप आज एक बेहतर इंसान हो, साथ ही ये भी बताना की वो दुनियां की बेस्ट बहन है।:-🖋 मनीष पुंडीर